चेटलट दीपस्तंभ

CHETLAT-LIGHTHOUSE

चेतलट द्वीप, लक्षद्वीप का सबसे उत्तरी आबादी वाला द्वीप है। कोचीन से चेतलट तक की यात्रा हेतु पाक्षिक यात्री जहाजीय सेवा उपलब्‍ध है। इसके अतिरिक्‍त अंतर द्वीप जहाज भी द्वीप पर आवागमन करते रहते हैं। जहाज़, द्वीप से लगभग दो समुद्री मील दूर दक्षिणी लंगरगाह पर लंगर डालते हैं। यात्रियों को लंगरगाह से द्वीप तक मशीनीकृत नौकाओं की सहायता से ले जाया जाता है। दीपस्तंभ, जेट्टी से लगभग एक किमी की दूरी पर है। वर्तमान से पूर्व, द्वीप पर किसी भी प्रकार की किसी लाइट के होने का कोई प्रमाण नहीं है। अब तक, इस द्वीप की पहचान नारियल के ऊंचे पेड़ों से की जा रही थी। मेसर्स केरल इलेक्ट्रिकल एंड अलाइड इंडस्ट्रीज, कोचीन द्वारा आपूर्ति किए गए मौजूदा जी.आई. ट्रेसल टावर का निर्माण वर्ष 1983-84 के दौरान किया गया था और मद्रास दीपस्तंभ वर्कशॉप से डीए गैस उपकरण स्थापित किया गया था जिसे दिनांक 14 मई 1984 को सेवा में प्रचालित किया गया था। एम ए सी ई रेडियो बीकन उपकरण को वर्ष 1992 के दौरान स्टेशन पर स्थापित किया गया और दिनांक 15 दिसंबर 1992 को प्रसारण प्रसारित किया गया था। चेतलट, लक्षद्वीप द्वीप समूह के उत्तरी क्षेत्र में छोटे बसे हुए द्वीपों में से एक है, जिसकी लंबाई 2.5 किमी और औसत चौड़ाई 500 मीटर है। 30 मीटर जी आई ट्रेसल टॉवर वर्ष 1984 में प्रारंभ किया गया था और वर्तमान एलईडी फ्लैशर इकाई दिनांक 10.03.2011 को स्थापित की गई थी।

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